१९६६ में कीर्तिलाल मणिलाल मेहता ट्रस्ट की स्थापना के बाद से, हमने खुद को सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदाय की सहायता करने में लगा दिया है। समाज के उत्थान की इस भावना ने ट्रस्ट को १०८ ग्रामीण गांवों को गोद लेने के लिए प्रेरित किया, जहां हमने 'काम के बदले भोजन' कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक लोगों को आत्मनिर्भरता और स्वतंत्रता से जुड़ने का बढ़ावा दिया।
विकास के प्रमुख क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए, हमने युवाओं के लिए शिक्षा सुनिश्चित की। आसपास के १,५०० गांवों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाए बच्चों के लिए टीकाकरण की व्यवस्था की और जिन्हें इसकी आवश्यकता थी, उन्हें तत्काल सहायता प्रदान की। स्थानीय लोगों के लिए कृषि, पशुपालन, रोजगार, स्वरोजगार, सामाजिक वन-निर्माण, शिल्प विकास जैसे कामों को ज्ञान के आधार पर काम के बदले खाद्य प्रोत्साहन जैसी योजना का निर्माण और विस्तार किया। हमने इन गांवों को सशक्त बनाया और ५ साल तक उनके साथ खड़े रहे, जब तक कि वे अपने दम पर उन्नति करने में सक्षम नहीं हो गए।