Lilavati foundation

उत्कृष्ट
स्वास्थ्य सेवा

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अब तक का सफ़र

स्वर्गीय श्रीमती मेनाबेन मेहता, एक सच्ची धर्मार्थ महिला थीं, जिन्होंने एक हज़ार रुपये की विनम्र राशि के साथ आने वाली पीढ़ियों की मदद की। उन्होंने यह राशि अपने बेटे और अपने पोते-पोतियों को सौंपी, जिन्होंने तब मुंबई में प्रसिद्ध लीलावती हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का निर्माण किया और कीर्तिलाल मणिलाल मेहता चैरिटेबल ट्रस्ट और लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट की स्थापना की।

लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट की पहल ने समय के साथ कई लोगों के जीवन में मदद की है। परोपकार की यह भावना जो हम अपने दिल में रखते हैं, वह एक बड़े परिदृश्य तक ही सीमित नहीं है, बल्कि चिकित्सकीय देखभाल की आवश्यकता वाले प्रत्येक व्यक्ति को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यही वो दर्शन है जिसने हमें भुज राहत अभियान के दौरान हमारी सबसे बड़ी जीत में से एक तक पहुँचाया।

हम केवल संकट की स्थिति के दौरान ही कदम बढ़ाने तक सीमित नहीं हैं। लीलावती अस्पताल को १००% मुफ़्त सर्जरी, मुफ़्त ओपीडी, मुफ़्त कैंसर शिविर और बहुत कुछ करने के लिए जाना जाता है। वंचितों को १००% मुफ़्त सर्जरी प्रदान करने की यात्रा ११ वर्षीय लड़के की दिल दहला देने वाली घटना के साथ शुरू हुई। हृदय की घातक बिमारी से पीड़ित वह बच्चा, बिल्कुल खाली हाथ हमारे अस्पताल की चौखट पर पहुंचा था।

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लीलावती अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र

लीलावती अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र की कल्पना परोपकार के मूर्त-रूप में की गई है, जहां हमारा एकमात्र उद्देश्य ज़रूरतमंद लोगों की मदद करना था। हमारा दर्शन हमेशा लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के इर्द-गिर्द घूमता रहा है, और हम चिकित्सा में अपने तरीकों और अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाते रहे हैं।

अपने मरीज़ों के जीवन में लगातार सुधार करने के इस दृढ़ संकल्प ने हमें अपने देश में स्वास्थ्य सेवा के परिदृश्य को बदलने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया।

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पहचान
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शक्तिशाली कदम
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निर्माण की ओर

स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कमी

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हालांकि हमारा लक्ष्य था भारत में स्वास्थ्य सेवा के स्वरूप को बदलना, लेकिन हमने महसूस किया कि भारत में स्वास्थ्य सेवा की कमी को तत्काल प्रभाव से दूर करना सम्भव नहीं था।

मरीज़ों की संख्या और उपलब्ध सुविधाओं की संख्या के बीच का यह अंतर स्पष्ट रूप से काफ़ी ज्यादा है। स्वास्थ्य सेवाओं की मांग, इसकी आपूर्ति से कहीं अधिक है, जिससे बड़ी संख्या में लोग चिकित्सकीय देखभाल से वंचित रह जाते हैं।

अपनी मातृभूमि से इस यात्रा की शुरुआत करते हुए, हमारा लक्ष्य अपने होमटाऊन गुजरात में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ एक विश्व स्तरीय अस्पताल बनाने का है। अहमदाबाद में बनने वाली GIFT सिटी, हमारा संचालन केंद्र होगी, जहाँ से हम भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को नया रूप देने की दिशा में अपनी कोशिशों की शुरुआत करेंगे।

हमारा संकल्प है कि हम प्रगतिशील उपचारों का विकास करें, चिकित्सा क्षेत्र में प्रगति करें और मानवता को पूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें।

गुजरात में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कमी

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जब हमारा ध्यान स्वास्थ्य सेवा में सुधार, गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा पेशेवरों के सृजन और पूरे भारत के लिए विश्व स्तरीय अनुसंधान करने की ओर था, तब हमने देखा कि गुजरात मदद के लिए पुकार रहा था। हमें लगा महाराष्ट्र में ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों की साक्षरता, और स्वास्थ्य दर में सुधार की दिशा में लगातार काम करने के बाद, अपने घर की तरफ एक त्वरित नज़र डालने का यही सही समय था।

हमने जो पाया वह आश्चर्यजनक था। पूरे गुजरात में सबसे गहन, व्यापक शोध कार्यक्रमों में से एक के बाद, एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई जिसमें कहा गया था।

प्रति १००,०० में २२८
लोग गुजरात में २०१९ में क्षय रोग से पीड़ित थे, जो पूरे भारत में अधिकतम संख्या में से एक है।

१२% गुजरात के डॉक्टर शहरी क्षेत्रों में रहते हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में सर्जन, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों की कमी हो गई है।

जब फार्मास्यूटिकल्स के नियमन की बात आती है तो न केवल गुजरात में निरीक्षकों की कमी है, बल्कि निरीक्षकों में दवा विनियमन से संबंधित तकनीकी विशेषज्ञता की भी कमी है।

गुजरात में डॉक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों में उपस्थित होने के लिए अनिवार्य नहीं किया गया है।

गुजरात में है

*स्रोत: इंडिया हेल्थ रिव्यू सिस्टम, एस श्रीनिवासन, २०२२,
डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रकाशित

लीलावती अस्पताल GIFT सिटी

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गुजरात की भूमि से सेवा के एक समुदाय की शुरुआत हुई, जिसका पोषण लीलावती फाउंडेशन के माध्यम से श्री किशोर कीर्तिलाल मेहता के परिवार के मार्गदर्शक सिद्धांतों द्वारा किया जाता है, और जिसका उद्देश्य है ज़रूरतमंद लोगों के जीवन को बेहतर बनाना। इसी जमीन पर ८८६ एकड़ जमीन को GIFT सिटी के रूप में तब्दील किया गया है।

गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी, अहमदाबाद ने ६२ मिलियन वर्गफीट के निर्माण क्षेत्र का अधिग्रहण किया है, और इसका उद्देश्य कई आवासीय अपार्टमेंट, कार्यालय, स्कूल, अस्पताल, होटल, क्लब और कई अन्य मनोरंजक सुविधाएं बनाना है, जिससे यह पहली "वॉक टू वर्क सिटी" बन सके। यह सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया वाणिज्यिक केंद्र है। यह आगामी व्यावसायिक जिला वित्तीय सेवाओं और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों को विशिष्ट लाभ प्रदान करने के लिए तैयार है।

अपने मरीज़ों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए, ट्रस्ट ने GIFT सिटी के विकासशील केंद्र में एक भविष्य के विश्व स्तरीय अस्पताल के निर्माण पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। हमने ५.५० लाख वर्ग फीट भूमि का अधिग्रहण किया है। जिस पर हम एक ३००-बेड का अस्पताल बनाने की योजना बना रहे हैं जो हमारे पास आने वाले हर मरीज़ का पोषण करेगा। ४५०० लोगों के विशाल मेडिकल स्टाफ़ में ८०० डॉक्टर और सलाहकार होंगे। हमारी हार्दिक अभिलाषा है कि भारत में चिकित्सा देखभाल को अगले स्तर पर ले जाया जाए।

अत्याधुनिक सुविधाओं और बेहतरीन डॉक्टरों की एक टीम के साथ, हम हर किसी के लिए स्वास्थ्य सेवा के स्तर को ऊपर उठाने की उम्मीद करते हैं। हमारा मिशन एक ऐसी दुनिया बनाने का है जहां स्वास्थ्य सेवा एक मौलिक अधिकार हो, जो बिना किसी भेदभाव के हर व्यक्ति के लिए सुलभ हो।

हमारे साथ जुड़ें

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